| अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान | शरीरमाद्यं खलु धर्मसाधनम् | शरीर ही सभी धर्मों (कर्तव्यों) को पूरा करने का साधन है। |
| काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) | विद्ययाऽमृतमश्नुते | विद्या से अमृत की प्राप्ति होती है |
| आन्ध्र विश्वविद्यालय | तेजस्विनावधीतमस्तु | हमारा ज्ञान तेजवान बनें। |
| वनस्थली विद्यापीठ | सा विद्या या विमुक्तये | विद्या मुक्ति का द्वार है |
| बंगाल अभियांत्रिकी एवं विज्ञान विश्वविद्यालय, शिवपुर | उत्तिष्ठत जाग्रत प्राप्य वरान् निबोधत | उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक अपने लक्ष्य तक ना पहुँच जाओ |
| भारतीय प्रशासनिक कर्मचारी महाविद्यालय, हैदराबाद | संगच्छध्वं संवदध्वम् | साथ चलो, साथ बोलो |
| बिरला प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान संस्थान, पिलानी | ज्ञानं परमं बलम् | ज्ञान सबसे बड़ा बल है |
| केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड | असतो मा सद् गमय | हमें असत से सत की ओर ले चलें |
| प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, त्रिरिवेन्द्रम | कर्म ज्यायो हि अकर्मण: | कर्म, अकर्म की तुलना में श्रेष्ठ है |
| देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इन्दौर | धियो यो नः प्रचोदयात् | दैवीय विद्वता हमारे कर्मो को प्रेरित करे |
| गोविंद बल्लभ पंत अभियांत्रिकी महाविद्यालय (पौड़ी) | तमसो मा ज्योतिर्गमय | हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले चलें |
| गुजरात राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय | आ नो भद्राः क्रतवो यन्तु विश्वतः | |
| भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर | योगः कर्मसु कौशलम् | परिश्रम, उत्कृष्टता का मार्ग है |
| भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मुंबई | ज्ञानं परमं ध्येयम् | |
| भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर | तमसो मा ज्योतिर्गमय | हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले चलें |
| भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान चेन्नई | सिद्धिर्भवति कर्मजा | सफ़लता का मूलमंत्र कठिन परिश्रम है |
| भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की | श्रमं विना न किमपि साध्यम् | कोई उपलब्धि प्रयास के बिना असंभव है |
| भारतीय प्रबंधन संस्थान अहमदाबाद | विद्या विनियोगाद्विकास: | |
| भारतीय प्रबंधन संस्थान बंगलौर | तेजस्वि नावधीतमस्तु | हमारा ज्ञान तेजवान बनें |
| भारतीय प्रबंधन संस्थान कोझीकोड | योगः कर्मसु कौशलम् | परिश्रम, उत्कृष्टता का मार्ग है |
| भारतीय सांख्यिकी संस्थान | भिन्नेष्वेकस्य दर्शनम् | अनेकता में एकता |
| केन्द्रीय विद्यालय | तत् त्वं पूषन् अपावृणु | हे ईश्वर, आप उसे अनावृत्त कीजिए (=ज्ञान पर छाए आवरण को हटाइए)। |
| मदन मोहन मालवीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय, गोरखपुर | योगः कर्मसु कौशलम् | परिश्रम, उत्कृष्टता का मार्ग है |
| मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, इलाहाबाद | सिद्धिर्भवति कर्मजा | सफ़लता का मूलमंत्र कठिन परिश्रम है |
| राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् (एन॰सी॰ई॰आर॰टी) | विद्ययाऽमृतमश्नुते | विद्या से अमृत की प्राप्ति होती है |
| इंडिया विश्वविद्यालय का राष्ट्रीय विधि विद्यालय | धर्मो रक्षति रक्षितः | जो धर्म की रक्षा करते हैं, वे धर्म द्वारा रक्षित होते हैं |
| संपूणानंद संस्कृत विश्वविद्यालय | श्रुतं मे गोपय | |
| श्री सत्य सांई विश्वविद्यालय | सत्यं वद् धर्मं चर | सत्य बोलें, सत्य के मार्ग पर चलें |
| श्री वैंकटेश्वर विश्वविद्यालय | ज्ञानं सम्यग् वेक्षणम् | |
| संत स्टीफन महाविद्यालय, दिल्ली | सत्यमेव विजयते नानृतम् | सत्य ही सदैव विजयी होता है, असत्य नहीं। |
| कालीकट विश्वविद्यालय | निर्मय कर्मणा श्री | |
| कोलंबो विश्वविद्यालय | बुद्धि: सर्वत्र ब्राजते | |
| दिल्ली विश्वविद्यालय | निष्ठा दृष्टि: सत्यम् | |
| केरल विश्वविद्यालय | कर्मणि व्याज्यते प्रज्ञा | |
| मोराटुवा विश्वविद्यालय (University of Moratuwa) | विद्यैव सर्वधनम् | विद्या सबसे बड़ा धन है |
| पेरादेनिया विश्वविद्यालय (University of Peradeniya) | सर्वस्य लोचनं शास्त्रम् | ज्ञान सभी का नेत्र है |
| राजस्थान विश्वविद्यालय | धर्मो विश्वस्य जगतः प्रतिष्ठा | |
| विश्वेश्वरैया राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, नागपुर | योग: कर्मसु कौशलम् | परिश्रम, उत्कृष्टता का मार्ग है |
| पश्चिम बंगाल राष्ट्रीय न्यायिक विज्ञान विश्वविद्यालय | युक्तिहीने विचारे तु धर्महानि: प्रजायते |
Tuesday, October 19, 2010
संस्कृत के कुछ अनुकृत ध्येय-वाक्य
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